हरियाणा सरकार ने किसानों के फल और सब्जियों की फसलों के नुकसान को रोकने के लिए पोस्ट हारवेस्टिंग सेंटर ऑफ एक्सिलैंस स्थापित करने का निर्णय लिया है। परियोजना को लेकर हरियाणा सरकार और इंग्लैंड के बीच एक सांझा समझौता होगा। इसके तहत इंग्लैंड के सहयोग से ही इंग्लैंड की तकनीकी पर आधारित पोस्ट हारवेस्टिंग सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को तैयार किया जाएगा। इस परियोजना को अमलीजामा पहनाने के लिए इंग्लैंड के दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने पिहोवा के गांव तलहेड़ी में पैक हाउस और मशरुम फार्म का अवलोकन किया है।
इस मंडल ने एकीकृत पैक हाउस में सब्जियों और फलों को आधुनिक मशीनों से धोने, छांटने, ग्रेडिंग व पैकिंग करने, कोल्ड स्टोर में रखने के साथ-साथ सीधा कंपनियों के पास भेजने की व्यवस्था का बारीकि से निरीक्षण किया। इंग्लैंड के अधिकारी इयॉन क्लेटॉन ने कहा कि हरियाणा में फल और सब्जी की अच्छी फसल का उत्पादन किया जा रहा है। वह हरियाणा के किसानों की कठिनाइयों को जानकर उन कठिनाई को तकनीक से दूर करने हेतू अध्यन कर रहे सके ताकि किसानों की आय में इजाफा हो सकें।
इसके लिए ही हरियाणा प्रदेश में फल और सब्जियों की खेती का अवलोकन किया जा रहा है। बागवानी विभाग के उपनिदेशक डॉ. बिल्लू यादव ने कहा कि इस समय फल और सब्जी का उत्पादन करने वाले किसानों को खेती से मंडी तक फसल ले जाने में 30 प्रतिशत का नुकसान हो रहा है। यह प्रतिनिधीमंडल पैकिंग, मार्केटिंग, शोर्टिंग, ग्रेडिंग, कोल्ड स्टोर पहलुओं का बारीकि से अध्ययन कर रहे है। राज्य सरकार इंग्लैंड के साथ पोस्ट हारवेस्टिंग स्टडी के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलैंस स्थापित करेगी। इसके लिए राज्य सरकार और इंग्लैंड के बीच एक सांझा समझौता होगा, इस समझौते के तहत इंग्लैंड आधुनिक तकनीकी का प्रयोग करके हरियाणा में किसानों की फल और सब्जियों के नुकसान को रोकने का काम करेगी।