बुलंदशहर। कोरोना वायरस से जंग लड़ रही खाकी ने दिल्ली पुलिस की मदद से 1500 जमातियों के नंबर रडार पर लिए हैं। इनमें से कुछ जमाती दिल्ली की मरकज में शामिल हुए थे तो कुछ अन्य जिलों में जमात के लिए गए थे। इनमें करीब 150 नंबरों को पुलिस सुन रही है, जबकि कुछ जमातियों को क्वारंटाइन किया है। अब पुलिस उन जमातियों की तलाश कर रही है, जो न तो सामने आए हैं और न ही अपनी जांच करा रहे हैं।
दिल्ली मरकज में जिले से सैकड़ों लोग शामिल हुए थे। लॉकडाउन के बाद कुछ जमाती वापस आ गए। बाकी जमाती छिपकर रह रहे हैं। वर्तमान में जिले में आठ कोरोना पॉजिटिव हैं। पुलिस को इनपुट मिला है कि अभी जिले के करीब 1500 जमाती ऐसे हैं, जो दूसरे जनपद और विदेशों में जमात के लिए गए थे। वो वापस लौट आए हैं, लेकिन न तो वह अपने घर पहुंचे हैं और न ही रिश्तेदारी में हैं। इन सभी जमातियों के नंबरों की सीडीआर मोबाइल कंपनियों से मांगी गई है।
802 जमातियों के पास पासपोर्ट
सर्विलांस पर लिए गए नंबरों की आइडी निकलवाकर जब जांच की गई तो पता चला कि इनमें 802 के पास पासपोर्ट हैं। सीडीआर के मुताबिक जनवरी से लेकर अब तक यह लोग किसी दूसरे देश में तो नहीं गए, लेकिन अपने जिले में भी नहीं रहे हैं। पुलिस को इन पर शक है कि वह जानबूझकर छिपे हैं।
200 की मिली सीडीआर
पुलिस को करीब 200 नंबरों की सीडीआर मिल चुकी है। पिछले दो माह में इनकी लोकेशन मेरठ, बुलंदशहर, गाजियाबाद, दिल्ली, शामली, अलीगढ़, आगरा, मुजफ्फरनगर व बागपत में मिली है। पुलिस की एक टीम इन जिलों में जमातियों की तलाश में जुटी है।
सर्विलांस के सहारे कुछ जमातियों की तलाश की जा रही है। हर बिंदू पर जांच की जा रही है। किसी का भी नया इरादा सामने आएगा तो शासन को अवगत कराया जाएगा।