मुजफ्फरनगर। उपलों में आग लगने से घर में धुआं भर गया। कमरे में सो रहे तीन भाई-बहनों की दम घुटने से मौत हो गई। स्वजनों की इच्छानुसार पुलिस ने बिना पोस्टमार्टम कराए शव सौंप दिए।
भौराकलां निवासी राजवीर भट्ठे पर काम करते हैं। शुक्रवार रात वह पत्नी व अपनी दो पुत्रियों प्रिया (18) व आरती (15) के साथ भट्ठे पर काम करने गए थे, जबकि घर में दो पुत्र अभि (9) व निखिल (7) और पुत्री सपना (14) सो रहे थे। उन्होंने मास्किटो क्वाइल उपलों के पास जलाकर रख दी। रात में किसी समय क्वाइल से उपलों में आग लग गई। पूरे घर में धुआं भर गया। सुबह करीब आठ बजे उनकी मां घर पहुंची तो वहां का नजारा देखकर उसके पांव तले से जमीन खिसक गई। पड़ोसियों की मदद से बच्चों को बाहर निकालकर निजी चिकित्सक के यहां भर्ती किया, जहां सपना व निखिल को मृत घोषित कर दिया गया। अभि ने शामली चिकित्सक के यहां ले जाते समय दम तोड़ दिया। तीन भाई-बहनों की मौत से गांव में शोक छा गया। भौराकलां थाना अध्यक्ष वीरेंद्र कसाना व बुढ़ाना तहसीलदार मौके पर पहुंचे। इसे हादसा मानते हुए स्वजनों की रजामंदी पर शवों का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया। तीनों का गमगीन माहौल में स्थानीय श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया।