बच्चे को याद कर रो पड़ीं कोरोना वार्ड में ड्यटूी दे रही स्टाफ नर्स

मेरठ।16 दिन से पांच साल के बेटे से दूर स्टाफ नर्स अनीता यादव बात करते हुए रो पड़ीं। वह बताती हैं कि बच्चे से कभी एक पल के लिए दूर नहीं हुई। अब एक माह बाद मिलूंगी...पर अच्छा है बच्चों पर संक्रमण का खतरा नहीं। बेटा गांव में अपनी दादी के पास है। पांचली खुर्द में कोविड वार्ड में डयूटी कर रही अनीता के पति भी दिल्ली पुलिस में कोरोना वार्ड में डयूटी दे रहे हैं। गुरुवार को टीम के सभी 22 सदस्यों को क्वारंटाइन के लिए भेज दिया गया। वहां जाने से पहले उनका सैंपल भी लिया गया।



एक माह रहना होगा दूर


बालैनी के पास हादीपुर नंगला बागपत की निवासी अनीता कहती हैं कि देश पर आपात स्थिति है। ऐसे में वह अपनी डयूटी और मरीजों की सेवा कर गर्व का एहसास कर रही हैं। बागपत की कविता के बच्चे छह और ग्यारह साल के हैं। वह अपने बच्चों से माह भर तक दूर रहेंगी। कोमल और प्रियंका ने भी स्टाफ नर्स के तौर पर स्वयं को कोरोना योद्धा साबित किया है।


सफाईकर्मियों ने दिखाया साहस


कोरोना संक्रमण से बेखौफ मरीजों की सेवा करने वाले योद्धाओं पर स्वास्थ्य विभाग ही नहीं, पूरा मेरठ नाज कर रहा है। पांचली खुर्द में 30 मरीजों की सेवा में दिनरात डटे सफाईकर्मियों ने सेवाभाव की मिसाल कायम की है। डाक्टर खुद मानते हैं कि सफाईकर्मियों का साहस देखकर उनका भी हौंसला बढ़ा है। वार्ड ब्वाय और स्टाफ नर्सों की डयूटी गुरुवार को पूरी हो गई।


30 बेड मरीजों से भरे


स्वास्थ्य विभाग ने गत दिनों पांचली खुर्द को लेवल-एक का कोविड-19 अस्पताल बनाया। जिले में जमातियों में संक्रमण बढऩे के साथ ही यहां पर सभी 30 बेड मरीजों से भर गए। स्वास्थ्य विभाग ने छह चिकित्सकों व 16 पैरामेडिकल स्टाफ की डयूटी लगाई। इन्हें बागपत रोड स्थित एक शिक्षण संस्थान में क्वारंटाइन किया गया है। पांचली इंचार्ज डा. प्रवीण कुमार गौतम ने बताया कि मेडिकल स्टाफ ने साहस के साथ ही समर्पण भी दिखाया। बीमारी का दौर खत्म होने के बाद सभी का सम्मान भी किया जाएगा।