प्रदेश के बागवानों को बागवानी विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि सेब के नए पौधे दोपहर बाद ही लगाएं। वैज्ञानिक सलाह से बगीचों में नए सेब के पौधे लगाने से बीमारियों से बचाया जा सकता है और साथ ही पौधों का विकास भी तेजी से होता है। सेब के नए पौधों को लगाने से पहले अच्छे से उपचार करना जरूरी है।
बागवानी विशेषज्ञों का कहना है कि फरवरी से मार्च तक का समय सेब के नए पौधे लगाने के लिए उपयुक्त समय है। नए पौधे लगाने के लिए उपयुक्त समय दोपहर बाद ही रहता है। ऐसे समय में लगाए के सेब के पौधे आसनी से टिक जाते हैं। प्रदेश के बागवान रेड रॉयल और गोल्डन सेब के पौधे लगाना ज्यादा पसंद करते हैं। बागवान अन्य किस्मों के सेब पौधे भी खरीद सकते हैं।
ये पौध पंजीकृत नर्सरियों से जुटाने सही रहते हैं। बागवानी विशेषज्ञ डॉ. एसपी भारद्वाज कहते हैं कि सेब के पौधों को उगाने से पहले ब्लाइटाक्स 600 ग्राम, कापर आक्साइटड 600 ग्राम 200 लीटर पानी में घोल तैयार कर लें। इस घोल में सेब के पौधे को डूबो दें। इसके बाद उपचार कि ए पौधों को उगाएं। पौधों को 20 लीटर पानी से सिंचाई करें। जरूरी हो तो घोल का 5 लीटर प्रति पौधे में सिंचाई भी करें।