सीएए के खिलाफ होने वाले प्रदर्शनों का समर्थन किया उलमा ने


सहारनपुर, जेएनएन। सीएए, संभावित एनआरसी और एनपीआर को लेकर देश के वर्तमान हालात पर दारुल उलूम देवबंद का दर्द बाहर आया है। दारुल उलूम के मोहतमिम ने फिलवक्त चल रहे देश के हालात पर चिंता जाहिर की तो संस्था से जुड़े उलमा ने सीएए के विरोध में मुल्क में चल रहे धरना प्रदर्शनों की हिमायत की।


मुल्‍क के हालात क‍िसी सेे छ‍िपे नहीं 


गणतंत्र दिवस पर आयोजित हुए कार्यक्रम की समाप्ति के बाद पत्रकारों से बातचीत में दारूल उलूम के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी ने कहा कि आज मुल्क के जो हालात चल रहे है, वह किसी से छिपे हुए नहीं है। सरकार का नाम लिए बिना नौमानी ने कहा कि कुछ ताकतें संविधान से हटकर मनमाने तरीके पर चलाना चाहती है। दारुल उलूम के वरिष्ठ उस्ताद शेखुल हदीस मौलाना सलमान बिजनौरी ने कहा कि जिस तरह से मुल्क में जागरूकता आई है इससे उन ताकतों को सबक मिलेगा जो मुल्क को संविधान के रास्ते से हटाना चाहती है। सीएए और एनआरसी के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शनों को सही ठहराते हुए उन्होंने कहा कि देश के संविधान ने हमें इसका हक दिया है। लेकिन इस बात का ख्याल रखा जाना चाहिए कि सुकून तरीके से हो।


कुछ ताकतें देश को तोड़ना चाह रही हैं


गणतंत्र दिवस पर हुए कार्यक्रम का संचालन करने वाले दारुल उलूम के उस्ताद मौलाना अब्दुल अब्बास ने कहा कि कुछ ताकतें देश को तोड़ना चाह रही है। बोलें कि तीन तलाक और अनुच्छेद 370 पर हम चुप रहे लेकिन सीएए पर अब हम चुप नहीं बैठेंगे। जो लोग सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, हम उनके साथ है। देश को तोड़ने वाली ताकतों को उनके मनसूबों में कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।