स्वच्छ जल का दावा कर रहे केजरीवाल पैर अब भी लोग परेशान: भाजपा

नई दिल्ली। दूषित जल की आपूर्ति की समस्या को भाजपा चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश में लगी हुई है। इसी कड़ी में दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मंगलवार को एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया। इस पर लोग दूषित पानी की शिकायत कर सकते हैं। लोगों की शिकायत दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के साथ ही सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचाने का वादा किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में लोगों से बातचीत की वीडियो दिखाकर कहा कि मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल जिन इलाके में दूषित पानी की समस्या हल करने का दावा कर रहे हैं, वहां के लोग अब भी परेशान हैं।



उन्होंने कहा कि 22 नवंबर को मुख्यमंत्री ने बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र के संत नगर व कमालपुर, पालम के महावीर एंक्लेव और करावल नगर डी ब्लॉक, खजूरी में दूषित पानी की समस्या दूर करने का दावा किया था। सच्चाई जानने के लिए भाजपा कार्यकर्ता जब इन स्थानों पर गए तो लोगों ने केजरीवाल के दावे को खारिज कर दिया।


लोग दूषित पानी की समस्या से परेशान हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता लगभग डेढ़ सौ लोगों से मिलकर दूषित पानी की समस्या के बारे बातचीत की। उनकी बातचीत की वीडियो भी तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि 89801 89801 नंबर पर लोग दूषित पानी से संबंधित ऑडियो, वीडियो, फोटो भेजकर या कॉल करके शिकायत कर सकते हैं। इसके साथ ही ईमेल भी कर सकते हैं। समस्या हल करने के लिए दिल्ली सरकार पर दबाव बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो की रिपोर्ट आने के बाद समस्या हल करने के लिए उचित कदम उठाने के बजाय मुख्यमंत्री इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने दिल्ली में पानी की जांच के लिए अधिकारियों की संयुक्त टीम बनाने का प्रस्ताव दिया है। भारतीय मानक ब्यूरो के 32 अधिकारियों के नाम भी दे दिए गए हैं।


दिल्ली सरकार को भी जल बोर्ड के 32 अधिकारियों की सूची जारी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी दिल्ली के हालात पर चिंता जताते हुए दिल्ली सरकार को फटकार लगाई है। दक्षिणी दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि लोग खरीद कर पानी पीने को मजबूर हैं। सरकार टैंकर माफिया को संरक्षण दे रही है। दक्षिणी दिल्ली में कई क्षेत्रों में पानी की समस्या है, लेकिन मुख्यमंत्री उसका जिक्र नहीं कर रहे हैं।